BDC full form in hindi :- बीडीसी का फुल फॉर्म क्या है ?

मेरा नाम अंकित है,
आज की इस पोस्ट में हम और आप जानेंगे कि BDC Full Form kya hai, अगर आप भी जानना चाहते हैं कि BDC Full Form kya hai तो इस पोस्ट को बिल्कुल अंत तक जरूर पढ़ें

क्योंकि इस पोस्ट में BDC full form तो बताएंगे ही साथ ही इसके बारे में सारी जानकारियां विस्तार में देंगे, जैसे BDC क्या है, BDC कैसे बनता है, BDC बनने के लिए योग्यताएं क्या होनी चाहिए, BDC के मुख्य कार्य क्या-क्या है, इत्यादि।

BDC क्या है ?

BDC ग्रामीण इलाके के विकास एवं प्रगति के लिए एक प्रमुख पद है यह पद निर्णय करता है कि इस इलाके में बिजली, पानी, शिक्षा, सड़क, इत्यादि का क्या हाल होगा

BDC एक प्रखंड स्तरीय पद है जो सहमति से निर्मित किया जाता है तथा इस पद को पाने वाले व्यक्ति को प्रखंड का सर्वोच्च व्यक्ति माना जाता है। यह एक सम्मानित पद है जिसका चुनाव हर पंचायत की आम जनता करती है तथा अपने पंचायत के लिए बेहतर bdc चुनती है ताकि उनके पंचायत का हर प्रकार से विकास हो सके तथा पंचायत में हर प्रकार की सरकारी सुविधा उपलब्ध हो सके।

जैसा कि हम सभी अच्छी तरह जानते हैं कि भारत गांवों का देश है और यहां 70% से ज्यादा लोग गांव में रहते हैं, सरकार इन गांवों में रहने वाले लोगों से सीधा संपर्क करने तथा उनकी समस्याओं का निवारण करने के लिए एक विशेष गठन का निर्माण किया है जिससे आप और हम BDC के नाम से जानते हैं। अगर आप भी गांव में रहते हैं या रहते आए हैं तो आपने कभी ना कभी bdc का जिक्र अवश्य सुना होगा और आप बखूबी जानते होंगे।

BDC एक सरकारी पद है जिसका निर्माण राज्य सरकार के द्वारा किया गया है इस पद के गठन करने का सरकार का एक ही मुख्य उद्देश्य था कि गांव में रहने वाले गरीब लोगो, किसानों, छोटे मजदूरों को हर वह सुविधा मिल सके जो उन्हें मिलनी आवश्यक है ताकि उनकी स्थिति में काफी हद तक सुधार हो सके और वह गरीबी रेखा से ऊपर आ सके।

BDC उम्मीदवारों का चुनाव पंचायत के जनता के द्वारा किया जाता है तथा इनका चुनाव EVM के द्वारा नहीं बल्कि बैलट पेपर के माध्यम से किया जाता है। बीडीसी की चुनाव प्रक्रिया काफी आसान होती है इसका चुनाव राज्य सरकार की निगरानी में की जाती है।

बीडीसी पद के अधिकारी के पास लगभग सभी प्रकार के सरकारी काम को करवाने का अधिकार होता है जो हर पंचायत में आवश्यक रूप से किया जाना चाहिए यह आम जनता से सीधा संपर्क बनाकर उनके समस्याएं पूछ सकते हैं साथ ही उन समस्याओं को हल करना उनका अहम कर्तव्य होता है। अगर कोई बीडीसी पदाधिकारी अपने काम को निष्ठा पूर्वक नहीं करता है या अपने कर्तव्य से पीछे हटता है तो इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है।

BDC का फुल फॉर्म क्या है ?

BDC Full Form “Block Development Council” होता है जिसका हिंदी रूपांतरण “प्रखंड विकास समिति” है।

B – Block
D – Development
C – Council

यह बीडीसी का मुख्य फुल फॉर्म है जिसे हर कोई जानना चाहता है परंतु इसके अलावा भी बीडीसी के कई सारे अलग-अलग फुल फॉर्म है जिसका उपयोग अलग-अलग क्षेत्रों के हिसाब से होता है।

विभिन्न क्षेत्रों में BDC का फुल फॉर्म :-

1.) Software क्षेत्र में BDC full form :- Backup Data Center
2.) सेना में BDC full form :- Dasic Defense Commander
3.) व्यापार में BDC full form :- Business Development Council
4.) दूरसंचार में BDC full form :- Buffered Data Channel
5.) विद्युत क्षेत्र में BDC full form :- Bidirectional Converter

BDC कैसे बनता है ?

जैसा कि मैंने आपको पहले भी बताया है कि बीडीसी का गठन राज्य सरकार के निर्देशानुसार किया गया है ताकि जनता से सीधा संपर्क बनाकर उनकी समस्याओं को जान सके तथा उसका निवारण अतिशीघ्र कर सके।

BDC के पद को पाने के लिए उसकी चुनाव प्रक्रिया से गुजरना होता है और इस चुनाव में बहुमत हासिल करने के उपरांत ही कोई इस पद का हकदार हो सकता है। बीडीसी का चुनाव पंचायत स्तर पर किया जाता है, हर पंचायत में काफी सारे गांव होते हैं तथा हर पंचायत में एक बीडीसी का पद होता है जिसको पाने के लिए लोग नॉमिनेशन फॉर्म भरते हैं। यह फॉर्म कोई भी भर सकता है तथा इस चुनाव में भाग ले सकता है।

इस चुनाव को राज्य सरकार की निगरानी में पूरा किया जाता है जिससे उस पंचायत की जनता मतदान करती है यह मतदान बैलट पेपर के द्वारा की जाती है जिसकी गिनती काफी गुप्त तरीके से होती है जिस व्यक्ति को सबसे ज्यादा मत मिलता है वह व्यक्ति इस बहुमूल्य पद का इकलौता हकदार माना जाता है।

BDC बनने के लिए योग्यताएं

हम सभी अच्छी तरह जानते हैं कि हर सरकारी या गैर सरकारी पद को प्राप्त करने के लिए कुछ ना कुछ योग्यताएं होनी आवश्यक है और यह विभिन्न प्रकार की हो सकती है बिल्कुल उसी प्रकार बीजीसी के पद को पाने के लिए कुछ योग्यताएं निर्धारित की गई है जिसको पूरा करने के उपरांत आप इस पद के योग्य माने जाते हैं और परिणाम स्वरूप आप इसके चुनाव में भाग ले सकते हैं बीडीसी के प्रमुख योग्यताएं इस प्रकार है :-

  • ऐसे तो इस पद के लिए शिक्षा से जुड़ी कोई सीमा नहीं रखी गई है परंतु आप कम से कम साक्षर हो, अर्थात पांचवी कक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है।
  • आप एक भारतीय नागरिक अवश्य हो।
  • जिस पंचायत से आप बीडीसी के लिए चुनाव लड़ने जा रहे हैं आप उसी पंचायत के निवासी हो।
  • आपके पास आपका वह सभी दस्तावेज अवश्य हो जिसकी जरूरत इस चुनाव में भाग लेने के लिए होती है।

BDC का कार्यकाल

बीडीसी एक राजनैतिक पद है और हर राजनैतिक पद का एक निर्धारित कार्यकाल होता है जिस कार्यकाल के समाप्त होने के उपरांत वह व्यक्ति जो इस पद पर था उस पद का हकदार नहीं रह जाता। इसके उपरांत दुबारा चुनाव किया जाता है और चुनाव में विजई होने के उपरांत नया व्यक्ति या फिर जो जीता है वह पद का हकदार माना जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बीडीसी के पद का कार्यकाल 5 वर्षों का होता है उस बीच में वह व्यक्ति उस पद का हकदार होता है परंतु 5 वर्ष पूरे होने के उपरांत दोबारा चुनाव होता है।

BDC की मासिक आय

हर वह व्यक्ति जो इस पद को पाने की इच्छा रखता है उनके मन में कभी ना कभी यह प्रश्न अवश्य उत्पन्न होता होगा कि BDC की मासिक आय कितनी होती होगी

क्योंकि इस पद को पाने का मुख्य मकसद कहीं ना कहीं आय प्राप्त करना भी है परंतु कुछ लोग जानता की सेवा करने के लिए भी इस पद का चयन करते हैं और उनके लिए आय की कोई महत्व नहीं होता परंतु जो लोग जानना चाहते हैं कि अभी के समय में BDC की मासिक आय कितनी है उन्हें बता दें कि इस पद को प्राप्त करने वाले व्यक्ति जो हर महीने सरकार की तरफ से 4500 से 5000 के बीच में वेतन के तौर पर प्रदान किया जाता है जो वेतन 5 वर्षों तक निरंतर उनके खाते में हर महीने भेज दिया जाता है।

बीडीसी पद के लिए प्रमुख दस्तावेज

सभी सरकारी पद की तरह बीडीसी पद के लिए भी कुछ प्रमुख दस्तावेजों की आवश्यकता होती है जिसे होने के बाद ही आप इस पद के लिए मान्य माने जाते हैं। सभी प्रमुख दस्तावेज इस प्रकार है :-

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • आय प्रमाण पत्र
  • जाति प्रमाण पत्र
  • राशन कार्ड
  • बिजली कार्ड
  • चरित्र प्रमाण पत्र
  • मोबाइल नंबर
  • खाता संख्या
  • फोटो

BDC के प्रमुख कार्य

जैसा कि हम लोगों ने पहले ही जाना कि BDC एक सरकारी पद है जिसका गठन राज्य सरकार के निर्देशानुसार किया गया है तथा इसका गठन ग्रामीण स्तर पर किए जाने वाले कुछ विशेष कार्यों के सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए किया गया है। BDC के प्रमुख कार्य निम्नलिखित है :-

  • आम जनता से सीधा संपर्क बनाकर उनकी समस्याओं का निवारण करना।
  • अपने पंचायत के विकास की निगरानी करना।
  • सड़क, बिजली, शिक्षा के विकास पर प्रमुख ध्यान देना।
  • राज्य सरकार के द्वारा निकाले गए नए-नए योजनाओं की जानकारी अपने पंचायत की आम जनता को देना।
  • भूमिहीन ग्रामीणों को भूमि प्रदान करना एवं मजदूरों को रोजगार प्रदान करना।
  • ग्रामीण स्तर पर हो रही सभी विकास कार्यों की निगरानी करना तथा गलती पकड़े जाने पर जिला में उसकी सूचना देना।

FAQ

Q.1) BDC का फुल फॉर्म क्या है ?

Answer :- BDC Full Form “Block Development Council” है।

Q.2) BDC का कार्यकाल कितने दिनों का होता है ?

Answer :- BDC का कार्यकाल 5 वर्षों का होता है तथा जब यह कार्यवर्ष पूर्ण हो जाता है तो पुनः चुनाव के द्वारा BDC को आम जनता बहुमत से चुनती है।

Q.3) BDC की मासिक आय कितनी होती है ?

Answer :- BDC की मासिक आय 4500 से 5000 तक की होती है जो समय के साथ-साथ बदलती रहती है।

Q.4) BDC की चुनाव प्रक्रिया क्या है ?

Answer :- BDC की चुनाव प्रक्रिया बाकी सभी सरकारी पदों की चुनाव प्रक्रिया की तरह ही होता है यह चुनाव पंचायत स्तर पर आयोजित किया जाता है, पंचायत के माध्यम से चुना जाता है।

Conclusion

दोस्तों इस पोस्ट में हमने जाना कि BDC Full Form kya hai है साथ ही इस पोस्ट में हमने बीडीसी के बारे में लगभग सभी जानकारियां प्राप्त की, जैसे :- BDC kya hai, BDC kaise banta hai, BDC ke kaam kya hai, BDC का का कार्यकाल कितने दिनो का होता है, BDC की मासिक आय कितनी है, इत्यादि।

आशा करता हूं इस पोस्ट से आपको BDC के बारे में लगभग सभी महत्वपूर्ण जानकारियां मिल गई होंगी साथ ही आपको आपके प्रश्न के उत्तर भी मिल गए होंगे कि BDC Full Form kya hai

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